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Lyrics shiv chalisa Fundamentals Explained

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काशी में विश्वनाथ विराजत नन्दी ब्रह्मचारी । चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।। जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ अर्थ: हे शिव शंकर भोलेनाथ आपने ही त्रिपुरासुर (तरकासुर के तीन पुत्रों ने ब्रह्मा की भक्ति कर उनसे तीन अभेद्य पुर मांगे जिस कारण उन्हें त्रिपुरासुर कहा गया। https://elliotyeivu.nico-wiki.com/921133/shiv_chalisa_lyrics_bhakti_bharat_can_be_fun_for_anyone

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